लवलीना बोरगोहेन की जीवनी | Lovlina Borgohain Biography Wikipedia, Ranking, Education In Hindi
दोस्तों आज हम भारत के एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में जानने वाले हैं जिनका जीवन बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा है। लेकिन उन्होंने अपने मेहनत और हौसले के दम पर आज अपना और अपने देश का नाम टोक्यो ओलंपिक में रोशन कर रही है।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन के बारे में। जिन्होंने ओलंपिक जैसे खेलों में न केवल अपना नाम शामिल करने में सफल रही बल्कि ओलंपिक में अपना शानदार प्रदर्शन करते हुए देश के लिए कांस्य पदक जीत चुकी है। इसी के साथ लवलीना ने देश के नाम एक और ओलंपिक पदक नाम कर दिया है।
हम सभी देशवासियों के तरफ से लवलीना बोरगोहेन को इस जीत की हार्दिक बधाई देनी चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में अपना और भारत का नाम रोशन करने वाली मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन कौन है? अगर नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं। इस article में हम मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन की जीवनी के बारे में पूरी विस्तार से जानते हैं।
लवलीना बोरगोहेन कौन है? Who Is Lovlina Borgohain In Hindi
लवलीना बोरगोहेन ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाली असम की पहली महिला बॉक्सर है और शिव थापा के बाद असम की दूसरी बॉक्सर है जिसने राष्ट्रीय टीम में देश का प्रतिनिधित्व किया है।
इन्होंने न सिर्फ ओलंपिक में क्वालीफाई किया बल्कि अपने देश के नाम ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया। टोक्यो ओलंपिक में इनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए सभी देशप्रेमी को लवलीना बोरगोहेन से और भी उम्मीद बढ़ गयी है।
क्वार्टर फाइनल मुकाबले जितने के साथ ही लवलीना बोरगोहेन असम राज्य की पहली ऐसी नागरिक बन गयी हैं जो ओलंपिक में पदक जीता हो।
लवलीना बोरगोहेन का जीवन परिचय | Lovlina Borgohain (Boxer) Biography, Wiki In Hindi
निकनेम- लवलीना
जन्म/Date Of Birth- 2 अक्टूबर 1997
जन्मस्थान- गोलाघाट, असम
उम्र/Age- 24 वर्ष
हाइट/Height- 5 फिट 10 इंच
प्रोफेशन- मुक्केबाजी (Boxer)
वजन/Weight- 70kg
वजन कैटेगरी/Weight Category- 69kg
वर्ल्ड रैंकिंग- 3rd
जाती/Caste- असामी
धर्म/Religion- हिन्दू
वैवाहिक जीवन- अविवाहित
स्कूल/Education- बर्पथर गर्ल्स हाई स्कूल, गोलाघाट
कोच का नाम- पदुम बोरो, शिव सिंह
राष्ट्रीयता- भारतीय
लवलीना बोरगोहेन का परिवार
पिता नाम- टिकेन बोरगोहेन
माता का नाम- मामोनी बोरगोहेन
बहन का नाम- लीचा और लीमा बोरगोहेन
भाई का नाम- N/A
मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन का करियर और मेडल
लवलीना के पिता ने अपने बेटी के सपने को पूरा करने के लिए कई संघर्ष झेलने पड़े। आपको बता दें कि लवलीना बोरगोहेन ने अपनी बड़ी बहन से प्रेरित होकर पहले किकबॉक्सिंग से करियर की शुरुआत किया था, लेकिन इनको तो और कुछ बनना था।
लवलीना ने किकबॉक्सिंग को छोड़कर अपना पूरा फोकस मुक्केबाजी पर लगा दिया। एक बार मुक्केबाजी में अपना पैर जमाने के बाद लवलीना कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक कई सारे पदक अपने नाम किये।
इसी दौरान प्रसिद्ध मुक्केबाजी कोच पदुम बोरो ने लवलीना के प्रतिभा को पहचाना और 2012 से ही ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया था। लेकिन आगे चलकर देश के मुख्य महिला मुक्केबाजी कोच शिव सिंह से ट्रेनिंग लेने को कहा।
यहाँ पर भी लवलीना ने अपने प्रदर्शन से कोच का दिल जीत लिया। लेकिन लवलीना के करियर में सबसे अहम पड़ाव तब आया जब इन्होंने 2017 में वियतनाम में हुए एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर अपने हुनर का परिचय दिया।
इसके बाद लवलीना 2018 में वेल्टरवेट कैटेगरी में ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर अपना परचम लहराया और इसी के साथ 2018 मे ही कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना स्थान पक्का किया।
इसके अलावा लवलीना ने नई दिल्ली में हुए 23 नवम्बर 2018 में ही AIBA वीमेन वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के वेल्टरवेट कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता इसके बाद रूस में 2019 में हुए वर्ल्ड वीमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर अपना नाम एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने लाने में कामयाब रही।
इसके बाद 2020 में एशिया और ओशिनिया बॉक्सिंग ओलंपिक क्वालीफ़ायर में उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी को 5-0 से धूल चटाकर जीत हासिल किया और अपने इस शानदार प्रदर्शन के बदौलत टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।
लवलीना बोरगोहेन का टोक्यो ओलंपिक में प्रदर्शन | Lovlina Borgohain Latest News In Hindi
अपने शानदार को लवलीना ने टोक्यो ओलंपिक में भी जारी रखते हुए 5वें दिन अपना पहला मुकाबला जीतकर पदक की उम्मीद बढा दी है। लवलीना ने 69 kg वेट कैटेगरी में अपने पहले मैच में जर्मनी की एपेट्ज नेदिन को हराकर दूसरे राउंड में जगह बना ली है।
भारतीय महिला मुक्केबाज लवलीना ने टोक्यो ओलंपिक में धमाकेदार शुरुआत करते हुए यह बाउट 3-2 से जीतकर अपना कदम आगे बढ़ाया।
इसके बाद क्वार्टर फाइनल में इनका मुकाबला पूर्व ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी चीनी खिलाड़ी से होने वाला था। सभी को ये उम्मीद थी कि लवलीना के लिए ये मुकाबला जितना काफी मुश्किल होगा।
लेकिन एक बार फिर लवलीना ने वो कर दिखाया जिसके बारे में किसी ने सोचा तक नहीं होगा। उन्होंने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे निएन चिन चेन को 4-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
लेकिन 4 अगस्त को इनका मुकाबला जब विश्व के नम्बर एक खिलाड़ी और मौजूदा विश्व चैंपियन तुर्की के बुसेनाज सुरमेनेली से हुआ तो मानो सबकी सांसे थम गई। लवलीना मौजूदा विश्व चैंपियन के चुनौतियों का सामना नहीं कर सकी। तुर्की के खिलाड़ी ने लवलीना को सीधे सेटों में 5-0 हराकर न सिर्फ फाइनल में प्रवेश किया बल्कि लवलीना का ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का सपना तोड़ दिया।
लेकिन आपको बता दें कि बॉक्सिंग में सेमीफाइनल में जगह बना लेने पर कम से कम ब्रॉन्ज मेडल पक्का हो जाता है। इस तरह लवलीना ने भले ही गोल्ड मेडल नहीं जीत पायी, लेकिन समस्त देशवासियों के दिल जीत लिया।
महिला बॉक्सिंग में लवलीना भारत को ओलंपिक मेडल दिलाने वाली लवलीना केवल दूसरी महिला है। इनसे पहले केवल एमसी मैरीकॉम ने बॉक्सिंग में मेडल दिला पायी है। लवलीना ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि बेटियां लड़कों से जरा भी कम नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लवलीना को ओलंपिक मेडल जीतने पर बधाई देते हुए कहा कि आप पर पूरे देश को गर्व है। आप भविष्य में भी ऐसे ही देश को कई मेडल दिलाये।
Lovlina Borgohain Awards
लवलीना बोरगोहेन को खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 2020 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा इनको अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
इसी के साथ लवलीना असम राज्य के तरफ से अर्जुन अवार्ड पाने वाली केवल 6वीं नागरिक है।
हमें उम्मीद है कि आपको लवलीना बोरगोहेन का जीवन परिचय काफी पसंद आया होगा। अगर आपको लवलीना बोरगोहेन की जीवनी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताइयेगा।
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