Sirisha Bandla Astronauts Biography, Success Story, Wiki In Hindi | सिरिशा बांदला की जीवनी
दोस्तों आपने एक कहावत तो सुना ही होगा कि "मेरे अंदर हौसला अभी जिंदा है, हम वो है जहाँ मुश्किलें भी शर्मिंदा है।" इस कहावत को ऐसा ही कुछ सही कर दिखाया है पूरी दुनिया में भारत के प्रतिभा लोहा मनवाने और एक नया इतिहास लिखने जा रही है भारत के आंध्रप्रदेश की रहने वाली सिरिशा बांदला ने।
आज हम भारत एक ऐसे जांबाज और बहादुर भारतीय मूल के लड़की के बारे में बात करने वाले हैं, जो भारत के तरफ से अंतरिक्ष में जाने वाली कल्पना चावला के बाद दूसरी लड़की है।
जी हां हम बात कर रहे हैं आंध्रप्रदेश के बहादुर लड़की और भारत की शान सिरिशा बांदला (Sirisa Bandla) के बारे में। तो आइए बिना देर किये जानते हैं कि सिरिशा बांदला की जीवनी के बारे में पूरी विस्तार से जानते हैं।
सिरिशा बांदला कौन है | Who Is Sirisha Bandla In Hindi
सिरिशा बांदला का जन्म आंध्रप्रदेश के गुंटूर शहर में हुआ था। सिरिशा बांदला का परिवार फिलहाल अमेरिका में ही रहता है। उनका पालन पोषण और उनकी पूरी पढ़ाई ह्यूस्टन टेक्सास अमेरिका में हुआ है। सिरिशा पेशे से एक एस्ट्रोनॉट है।
दोस्तों सिरिशा बांदला अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की चौथी व्यक्ति है। इनसे पहले केवल राकेश शर्मा, कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष की यात्रा की है।
इनके जीवन की इतनी बड़ी खुशखबरी मिलने के बाद सिरिशा ने ह्यूस्टन टेक्सास में माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर पर अपनी खुशी का इजहार करते हुए कहा कि मैं यूनिटी 22 का हिस्सा बनकर बहुत गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। जिसका मुख्य मिशन सभी लोगों को जगह उपलब्ध कराना है।
सिरिशा बांदला का जीवन परिचय | Sirisha Bandla Biography Wikipedia In Hindi
Sirisha Bandla Biography In Hindi |
पूरा नाम- सिरिशा बांदला
निकनेम- सिरिशा
जन्मदिवस/Date Of Birth- N/A
जन्म- 1987
प्रोफेशन- भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट
हाइट/Height- 5 फिट 6 इंच
आँख का रंग- काला
उम्र/Age- 34
लिंग/Gender- महिला (Female)
जाति/Caste- बांदला
धर्म/Religion- हिन्दू
जन्मस्थान/Birthplace- गुंटूर आंध्रप्रदेश, भारत
गृहनगर/Hometown- ह्यूस्टन टेक्सास, यूएसए
वर्तमान शहर/Current City- ह्यूस्टन टेक्सास, यूएसए
नेट वर्थ/Net Worth- N/A
हस्बैंड नाम- N/A
बॉयफ्रेंड नाम- सीन हु (Sean Hu)
शौक- ट्रेवलिंग और स्विमिंग
वैवाहिक जीवन- अविवाहित
राष्ट्रियता- भारतीय अमेरिकी
सिरिशा बांदला- इंस्टाग्राम
सिरिशा बांदला- ट्विटर
सिरिशा बांदला की शिक्षा | Sirisha Bandla Qualification
दोस्तों सिरिशा बांदला ने Purdue University से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है और Georgetown University से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) की पढ़ाई की है।
सिरिशा बांदला का परिवार | Sirisha Bandla Family
दोस्तों दुनिया भर में भारत का नाम रोशन करने वाली सिरिशा बांदला के पिता का नाम डॉ मुरलीधर बांदला है और माता का नाम अनुराधा बांदला है। सिरिशा के भाई का नाम गणेश बांदला और दादा का नाम बांदला रगहिया है।
सिरिशा बांदला का करियर | Surksha Bandla Success Life Story In Hindi
सिरिशा ने साल 2015 में वर्जिन गैलेक्टिक कम्पनी में काम करना शुरू किया और बहुत ही कम समय मे वह कम्पनी में सरकारी मामलों की वाईस प्रेसिडेंट है। उन्होंने हाल ही में एक 747 विमान का उपयोग करके अंतरिक्ष में एक उपग्रह को भी पहुँचाया था।
आपको बता दें कि सिरिशा बांदला का करियर वर्जिन गैलेक्टिक से शुरू नहीं हुआ था। बल्कि इस कम्पनी में काम करने से पहले वे टेक्सास में एक एयरस्पेस इंजीनियर के रूप में भी काम कर चुकी है।
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इसके बाद सिरिशा कमर्शियल स्पेस फ्लाइट फेडरेशन (CSF) में अंतरिक्ष नीति में भी नौकरी की। जहाँ वे एसोसिएट डायरेक्टर भी रह चुकी है।
आपको बता दें कि कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाली तीसरी महिला सिरिशा बांदला बन गयी है। सिरिशा रिचर्ड ब्रैंसन की स्पेस कम्पनी वर्जिन गैलेक्टिक्स के अंतरिक्ष यान वर्जिन ऑर्बिट से 11 जुलाई को अंतरिक्ष के सैर पर जाने वाली है।
सिरिशा बांदला के प्रतिभा का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि रिचर्ड ब्रैंसन के 5 अंतरिक्ष यात्रियों में से एक है। सिरिशा वर्जिन गैलेक्टिक कम्पनी के गवर्नमेंट अफेयर्स एंड रिसर्च ऑपरेशन्स की वाईस प्रेसिडेंट भी है।
सिरिशा केवल 6 साल के कार्यकाल में ही वर्जिन गैलेक्टिक कम्पनी में इतना सीनियर पद हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। सिरिशा के अंतरिक्ष में जाने के खबर आते ही मानो सोशल मीडिया पर बधाइयां देने वालों की बाढ़ सी आ गयी।
भारतीय मूल के होने के कारण लोगों को सिरिशा के इस सफलता पर काफा गर्व महसूस कर रहे हैं।
सिरिशा Telugu Association Of North America (TANA) से भी जुड़ी हुई है। आपको बता दें कि ये उतरी अमेरिका का सबसे बड़े और पुराना इंडो अमेरिकन संगठन है। कुछ साल पहले ही Telugu Association Of North America (TANA) ने सिरिशा को Youth Star Award से नवाजा गया है।
इसके अलावा सिरिशा American Astronautical Society & Future Space Leaders Foundation के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में भी शामिल है। साथ ही वो पर्ड्यू यूनिवर्सिटी के यंग प्रोफेशनल एडवाइजरी कॉउंसिल की सदस्य भी है।
सिरिशा फिलहाल वर्जिन ऑर्बिट के वाशिंगटन ऑपरेशन्स के पद को भी सम्भाल रही है।
सिरिशा के पिता डॉक्टर मुरलीधर है, जो एक वैज्ञानिक और अमेरिकी सरकार में सीनियर एग्जीक्यूटिव सर्विसेज के सदस्य भी है।
सिरिशा अंतरिक्ष की यात्रा में मैक्सिको से विंग्ड रॉकेट शिप में उड़ान भरेगी। साथ ही ह्यूमन टेंडेड रिसर्च एक्सपीरियंस के इंचार्ज भी होगी। ताकि अंतरिक्ष यात्रा के समय एस्ट्रोनॉट पर होने वाले असर का अध्ययन कर सकें।
Sirisha Bandla Success Story In Hindi
सिरिशा बांदला का बचपन अमेरिका के टेक्सास में ही बीता है। जहाँ उन्होंने बहुत ही करीब से रॉकेट और स्पेसक्रॉफ्ट को देखा। आसमान में उड़ते इन रॉकेट को देखकर इनके मन में भी स्पेस के बारे में जानने की जिज्ञासा बढ़ने लगी। लेकिन कभी उन्होंने नहीं सोचा था कि उनका ये सपना इतनी जल्दी पूरी हो जाएगी।
सिरिशा के मुताबिक उनको पहले से ही एयरफोर्स में भर्ती होकर पायलट बनने का शौक था। लेकिन आँख में कुछ समस्या होने के चलते उनका ये सपना अधूरा ही रह गया। लेकिन कौन जानता था कि एक दिन ये लड़की पूरे देश का नाम रोशन करेगी।
सिरिशा के अंतरिक्ष में जाने का खबर से पूरा परिवार सहित पूरा देश उनपर गर्व महसूस कर रहा है।
आपके जानकारी के लिए बता दें कि रिचर्ड ब्रैंसन ने 1 जुलाई को बताया था कि उनकी अगली स्पेस यात्रा 11 जुलाई को होगी। अपने इस अंतरिक्ष यात्रा का एलान करते हुए उन्होंने बताया कि उनकी इस यात्रा में उनको मिलाकर कुल 6 लोग शामिल होंगे।
उन्होंने कहा था कि अंतरिक्ष में किसी और को भेजने से पहले हम अपने कम्पनी के कर्मचारियों को ही मौका देना चाहते थे। इससे अंतरिक्ष यान की परख भी हो जाएगी। रिचर्ड ब्रैंसन की कम्पनी वर्जिन गैलेक्टिक आम लोगों के लिए अंतरिक्ष यात्रा को आसान बनाना चाहती है।
वर्जिन ऑर्बिट अंतरिक्ष यान को कैरियर प्लेन कास्मिक गर्ल के नीचे लगाकर पृथ्वी से लगभग 35000 फिट की ऊंचाई पर ले जाया जाएगा।
आपको बता दें कि कल्पना चावला भारत की पहली ऐसी महिला थी जिन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा की थी। लेकिन दुर्भाग्यवश स्पेस शटल कोलंबिया की दुर्घटना में उनको अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
सिरिशा बांदला कल्पना चावला के बाद भारत में जन्मी दूसरी ऐसी महिला होंगी जो अंतरिक्ष की यात्रा करने वाली है। अगर बात करें तो राकेश शर्मा भारत के तरफ से सबसे पहले जाने वाले अंतरिक्ष यात्री थे। राकेश शर्मा को अपना प्रेरणा मानने वाली सिरिशा बांदला का सपना आज शाम को पूरा होगा।
उनके इस सपने को सच होने के लेकर जितना वो उत्साहित है उतना ही आज पूरा भारत उत्साहित है। वर्जिन गैलेक्टिक्स कम्पनी के मालिक रिचर्ड ब्रैंसन ने अंतरिक्ष यात्रा शुरू करने से पहले खुशी से सिरिशा बांदला को कंधे पर उठाकर अंतरिक्ष यान तक लेकर गए। इससे बड़ी खुशी सिरिशा के लिए और क्या हो सकती है कि उसका सपना आज पूरा हो गया।
हम सभी उम्मीद करते हैं कि वर्जिन गैलेक्टिक्स का ये अंतरिक्ष मिशन सफलता पूर्वक पूरा हो और सिरिशा वापस आकर अपना अनुभव दुनिया के सामने रख सके।
उम्मीद है कि आपको सिरिशा बांदला की जीवनी काफी पसंद आई होगी। अगर आपको sirisha bandla की कहानी पसन्द आयी हो तो इसे शेयर जरूर करें धन्यवाद।
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