Dial 100 Movie Real Review In Hindi 2021

Dial 100 Movie Review In Hindi | मनोज वाजपेयी की डायल 100 फिल्म की पूरी कहानी


आज हम एक ऐसे मूवी के असली कहानी के बारे में जानने वाले हैं, जिसे जानकर आपका दिमाग घूम जाएगा। ये एक ऐसे फ़िल्म है, जिसमें समाज के अच्छे संदेश को ध्यान में रखकर बनाया गया है।


जी हां हम बात कर रहे हैं बहुप्रतीक्षित फ़िल्म Dial 100 के बारे में। फिल्म देखने के शौकीन लोगों के लिए ये मूवी शुरुआती कुछ देर के लिए काफी दिलचस्प होने वाली है।


आपने कुछ दिन पहले एक फिल्म देखा होगा- mom. जिसमें न तो किसी प्रकार का कोई एक्शन था और न ही कोई बेकार का खून खराबा। इस फिल्म की पूरी कहानी एक माँ के इर्द गिर्द घूमती है, जिसमें बड़े-बड़े गुंडे एक माँ के सामने घुटने टेक दिए।


बस ऐसा ही कुछ नया करने का भरपूर कोशिश किया गया है- Dial 100 में। लेकिन इसके अंदर और भी क्या अनसुनी कहानियां हैं इसकी पूरी जानकारी Dial 100 Movie Review In Hindi के माध्यम से पूरी विस्तार से जानते हैं।


Dial 100 Movie Story In Hindi

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Dial 100 Movie Review In Hindi

आपका ध्यान कहीं और भटक जाए इससे पहले आइये dial 100 की असली स्टोरी के बारे में जानना शुरू करते हैं।


बहुत तेज बारिश हुआ है। इस बारिश के काली रात को बीतने के लिए पूरा शहर अगले सुबह का इंतजार कर रहा है। इसी बीच अचानक से पुलिस के कंट्रोल रूम से घंटी बजने का आवाज सुनाई देता है।


काली रात को फोन करने वाला कोई और नहीं बल्कि उस शहर की एक पागल महिला की। उसका बस एक ही जिद था कि वो अपना जान खुद ही लेना चाहती है। फोन करते वक्त उस पागल महिला के आवाज में जितना गुस्सा होता है उतना ही किसी बात को लेकर दर्द भी झलकता है।


महिला एक हाथ में शराब की बोतल ली हुई है तो दूसरे हाथ में कार का स्टेयरिंग। जैसे सुनकर ही लगता है कि इस महिला के साथ कुछ बुरा जरूर होने वाला है।


पुलिस थाने में फोन उठाने वाले सिपाही थे- पुलिस इंस्पेक्टर निखिल सूद। फोन पर महिला की बात सुनकर उसका जान बचाना ही उनकी जिम्मेदारी बन गयी थी।


लेकिन आपने पुराने जमाने के लोगों से एक कहावत तो सुनी ही होगी कि- उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। बस कुछ इसी तरह वह औरत पुलिस इंस्पेक्टर निखिल सूद को अपने बातों में उलझाए हुए रखी है।


इन्ही शब्दों के हेर-फेर को देखने के बाद पता चल जाता है कि उस औरत को खुद का जान लेने के बजाय जिसके वजह से वो जान देना चाहती थी उनका जान लेना चाहिए।


इसी बीच पुलिस इंस्पेक्टर सूद सर को एक फोन आता है, जिसमें वीडियो कॉल करके उनको हैरान करने वाला जानकारी प्राप्त होता है। फोन पर सामने खून में लिपटा हुआ डॉग 'रॉकी' दिखाई देता है और उनकी पत्नी गायब है।


इसके बाद इस फ़िल्म को कई तरह से ढाला जा सकता था। लेकिन इस कहानी को शुरू में थोड़ी जो दमदार बनाती है वो हीरो और विलेन में डायरेक्ट मुलाकात न कराकर फोन पर कराया जाता है। इसे इस तरह फिल्माया गया है कि दर्शकों का दिमाग पूरी तरह घूम जाता है।


मनोज वाजपेयी कितने मंझे हुए कलाकार हैं ये हम सभी जानते हैं। इनके खून में एक अच्छे एक्टर की पूरी चीज मौजूद है। लेकिन इस फिल्म में इनके सामने नीना गुप्ता है, जिनकी नेगटिव आवाज आपको चौंका देगी।


बहुत समय बाद इस फिल्म में एक ऐसे विलेन का रोल निभाया गया है जिसका आवाज सुनकर थोड़ा डर लग सकता है। इसके अलावा आवाज के साथ जब पहली बार शक्ल का सामना होता है तो डर का स्तर दुगना हो जाता है।


इस फिल्म का पहला हाफ तो काफी बेजोड़ है, लेकिन जल्द ही समझ आ जाता है कि इसकी कहानी जिंदगी और मौत का न होकर बदले का है। दूसरे हाफ में इस फिल्म में कोई जान नहीं है। पहले हाफ में फोन के आवाज सुनकर जितना उम्मीद आप लगाए होंगे दूसरे हाफ में जब शक्ल सामने आता है तो सारा खेल खत्म हो जाता है।


Dial 100 Movie Best Part In Hindi


इस फिल्म के अगर तारीफ के बारे में बात करें तो सिर्फ इसलिए कि DIAL 100 कोई बड़ी बजट का फिल्म नहीं है, बल्कि समाज से जुड़ी कहानियों को लोगों के सामने लाने का छोटा सा प्रयत्न किया गया है।


आपने एक कहावत बहुत बार सुनी होगी कि ' क्राइम करने वाला से बड़ा गुनाहगार क्राइम छुपाने वाला होता है। इसलिए क्राइम करने वाले से ज्यादा सजा उसे छिपाने वाले को मिलना चाहिए।'


इसी मोरल संदेश के साथ Dial 100 को बनाने की अच्छी कोशिश की गई है। इस फिल्म में जो लोगों को अच्छा संदेश देने की कोशिश की गई है ये काबिल के योग्य है। क्लाइमेक्स तक आपको ये फिल्म बांधे रख सकती है।

लेकिन इतने छोटे से मैसेज को लोगों के सामने लाने के लिए पूरे एक घंटे चालीस मिनट तक का समय लेना शोभा नहीं देता है।


Dial 100 Movie 2021 Negatives In Hindi


1. अगर Dial 100 के नेगेटिव के बारे में बात किया जाए तो लगभग इसकी पूरी कहानी केवल ट्रेलर में ही फिल्मा दिया गया है। जिन लोगों ने इस फिल्म की ट्रेलर नहीं देखी है उनके लिए ये फिल्म कुछ देर तक रोक सकती है।


वरना इसके ट्रेलर में ही सब कुछ दिखा दिया गया है। अगर आपने ट्रेलर देखा है तो dial 100 का क्लाइमेक्स ही आपको लुभा सकता है।


2. Dial 100 के डायलॉग के बारे में बात किया जाए तो बेहद ही औसत दर्जे का है। फिल्म के शुरुआत में आपको मनोज वाजपेयी और नीना गुप्ता के बीच लगभग 10 मिनट से ज्यादा का बातचीत दिखाया गया है। जिसमें मनोज वाजपेयी केवल हल्के एक्सप्रेशन देखने को मिलेगा, जबकि इसे और बेहतर तरीके से दिखाया है सकता था।


इतने लंबे बातचीत में बहुत अच्छा सस्पेंस क्रिएट किया जा सकता था, लेकिन डायलॉग इतने औसत दर्जे के थे कि इतना लंबा समय आपको बोर कर सकता है।


3. फिल्म में एक ही डायलॉग को बार-बार दुहराया गया है। जैसे- अगर मेरे जगह तुम होते तो क्या करते? बस यहीं डायलॉग कभी नीना गुप्ता बोलती है तो कभी मनोज वाजपेयी तो कभी साक्षी तंवर।


4. एक घंटे चालीस मिनट के इस फिल्म में अगर आप एक थ्रिलर फिल्म समझकर देखने आए हैं तो ये आपको गलतफहमी होगी। इसमें आपको कहीं पर भी डरा देने वाला थ्रिलर देखने को नहीं मिलेगा।


Dial 100 देखने के बाद अगर कोई एक लाइन में कुछ कहने को कहे तो बस यहीं कहा जा सकता है कि ये फिल्म समाज के नैतिक शिक्षा के साथ बनाई गई एक औसत फिल्म है। हो सकता है कि अगर आप थ्रिलर फिल्मों के शौकीन हैं तो दूसरे हाफ में आपको थोड़ी निराशा हाथ लग सकती है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि ये फिल्म कहीं पर भी बहुत ज्यादा थ्रिलर नहीं लगती है।


Dial 100 Movie Cast


आइये अब dial 100 मूवी के कास्ट के नाम और उनके किरदार के बारे में जानते हैं।

1. मनोज वाजपेयी- निखिल सूद (पुलिस इंस्पेक्टर)
2. साक्षी तंवर- प्रेरणा सूद
3. नीना गुप्ता- सीमा पल्लव


Dial 100 Movie Release Date | Dial 100 Movie कब रिलीज होगा?


दोस्तों dial 100 फिल्म के रिलीज डेट के बारे में ये बात करें तो ये फिल्म 6 अगस्त 2021 को ZEE5 पर रिलीज होगा। तो अगर आप इस फिल्म को देखना चाहते हैं तो 6 अगस्त से ZEE5 पर जाकर देख सकते हैं और इस फिल्म का आनन्द उठा सकते हैं।


Dial 100 Movie Rating


अगर dial 100 फिल्म के रेटिंग के बारे में बात किया जाए तो इसे 5 में से 2.5 स्टार दिया जा रहा है। ये स्टार क्यों दिया जा रहा है, आइये इसकी जानकारी लेते हैं।


1. एक स्टार तो मनोज वाजपेयी और नीना गुप्ता के दमदार अभिनय के लिए। जिन्होंने बिना किसी फालतू ड्रामा के नेचुरल अभिनय किया है।

2. विलेन को डायरेक्ट सामने न लाकर फोन पर अच्छी सस्पेंस बनाने के लिए एक स्टार तो देना बनता है।

3. बिना किसी घुमाव के समाज के मुद्दों को फिल्म में सही तरीके से उठाने के लिए आधा स्टार।

4. फिल्म के क्लाइमेक्स में हीरो और विलेन के रोल को उम्मीद से छोटा दिखाने के लिए एक स्टार कम मिलता है।

5. फिल्म में जितने भी कलाकर है उनको बिना किसी ट्विस्ट के दर्शकों के सामने लाना, जिससे मजा खराब हो जाता है। इसके लिए एक स्टार कम दिया है और आधा स्टार बीते हुए सिन को आए अच्छे से नहीं जोड़ पाने के लिए काटा गया है।


तो दोस्तों उम्मीद है कि आपको dial 100 movie review in hindi काफी पसंद आया होगा और आपके सारे सवालों का जवाब मिल गया होगा। अगर आपको डायल 100 मूवी का रिव्यु पसन्द आया हो तो इसे शेयर जरूर करें धन्यवाद।

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